ज्योतिष क्या है?
ज्योतिष शब्द का अर्थ है, तो ज्योति + ईश । अर्थात्, ईश्वर का प्रकाश । प्रकाश का कार्य प्रकाश का संचार करना है । वह वस्तु, घटना या स्थिति जो हम अपनी सामान्य आँखों से साधारण प्रकाश में नहीं देख सकते, उसे परमेश्वर के प्रकाश की सहायता से देखा जा सकता है। ज्योतिष विज्ञान रोशनी का विज्ञान है, एक ऐसा विज्ञान जो हमें ईश्वर के करीब लाता है।
ज्योतिष वेदों का एक अंग है। वेद हमारी भारतीय संस्कृति क़े पवित्र ग्रंथ है जिसमें सभी विषयों का ज्ञान छिपा है। वेदों में छिपे इस ज्ञान को समझने के लिए व्यक्ति को वेदांग के विषयों को सीखना समजना चाहिए ।
वेदांग कुल 6 हैं। 1। ज्योतिष 2। व्याकरण 3 ।शिक्षा 4 । निरूक्त 5 कल्प 6 । छंद । इन छ अंगों में, जयोतिषमयनं चक्षुः ज्योतिष को वेदों का नेत्र माना जाता है। हम जानते हैं कि आंख हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बिना हमारी दुनिया अंधकारमय है। इसी तरह ज्योतिष वेदों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बिना, गहन ज्ञान प्राप्त करना असंभव है।
ज्योतिष की तीन प्रमुख शाखाएँ हैं।
1। सिद्धान्त
2। संहिता
3। होरा
भारतीय ज्योतिष कर्म के दर्शन पर आधारित है । हमारा संचित कर्म उन सभी विचारों और कार्यों का योग है जो हमने अपने पिछले जीवन में किए हैं । ये संचित कर्म हमारे सूक्ष्म शरीर में संरक्षित हैं और मोक्ष प्राप्त होने तक हर जन्म में हमारे साथ रहते हैं । इनमें से कुछ संचित कर्मों को एक जन्म में भुगतना पड़ता है । एक विशिष्ट जन्म के दौरान एक का उपभोग करने के कार्य को कर्म कहा जाता है । धर्म कर्म संचित कर्म का हिस्सा है । हमारी कुंडली हमारे कार्यों का सिर्फ एक नक्शा है । कुंडली की मदद से हम जान सकते हैं कि हमारे अच्छे कर्म और बुरे कर्म कहाँ जमा हुए हैं । इनमें से कुछ कर्मों में मजबूत कर्म होते हैं जिन्हें बदला नहीं जा सकता । जब कुछ कर्म हल्के होते हैं और उन्हें दृढ़ इच्छाशक्ति और ईश्वर भक्ति द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है । एक ज्योतिषी आपके कर्म को दर्शाने में आपकी मदद कर सकता है । ज्योतिष एक गहन विज्ञान और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए अग्रणी विज्ञान है ।
आम व्यक्ति के लिए, ज्योतिष केवल भविष्य जानने का एक साधन है। जब कोई व्यक्ति सुखी है, खुश है, तब ज्योतिषी के पास जा कर कुंडली को नहीं दिखाएगा और नही पुछेगा कि आप देखो, तो आजकल इतनी खुशी, सुख क्यों है! ज्योतिषी के पास जाने वाला हर व्यक्ति अक्सर अपने जीवनकी समस्या से दुखी होता है और अपने सवालों को हल करना चाहता है। एक सच्चे ज्योतिषी का काम उसे दुख के अंधेरे में आशा की किरण दिखाना है। ज्योतिष शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जो आशा को बढ़ावा देता है और मानव मन से नकारात्मकता को दूर करता है।